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जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की गतिविधियाँ

प्राधिकरण की गतिविधियाँ

आपदा प्रबंधन द्वारा संचालित कार्यशाला

न्यूज़ लैटर

विगत गतिविधियाँ

गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक बहु-आपदा प्रभावित जनपद है, जो भूकंप के जोन-4 (IV) में स्थित है और हिमाचय के निचले क्षेत्रों में अवस्थित होने के कारण जनपद की स्थलाकृति बाढ़, वज्रपात और सूखा के प्रति अति-संवेदनशील है।
अप्रत्याशित रूप से घटित होने वाली आपदाओं से निपटने हेतु सहयोगी आपातकालीन विभागों (ESF) व सभी संबंधित हितधारकों द्वारा बेहतर पूर्व-तैयारी एवं प्रबंधन की आवश्यकता होती है। विगत कई वर्षों से जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, गोरखपुर द्वारा न्यूनीकरण उपायों के क्रियान्वयन और पूर्व-तैयारी सम्बन्धी दक्षता बढ़ाने हेतु स्थानीय प्रशासन एवं सहयोगी विभागों के समन्वय में नियमित रूप से पूर्वाभ्यास व माकड्रिल कार्यकर्मों का आयोज़न किया जाता रहा है। पूर्वतैयारी में सामाजिक-आर्थिक व्यवधानों व पर्यावरणीय ह्रास को कम करके आपदाओं के जोखिम को कम करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जिससे जनपद में जीवन, व्यक्तिगत संपत्तियों, सार्वजनिक संपत्तियों तथा आजीविका की हानि को न्यून किया जा सके तथा सामाजिक समुत्थान सुनिश्चित किया जा सके।
गोरखपुर जनपद के संवेदनशील क्षेत्रों में आपदा पूर्व-तैयारियों एवं समुदाय की क्षमताओं को बढ़ाने हेतु जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण, गोरखपुर द्वारा विधिवत रूप से मॉकड्रिल का आयोजन किया जाता रहा है। मॉकड्रिल के आयोजन में प्रभावी आपदा प्रबंधन एवं समुचित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों एवं हितधारकों का गहनता पूर्ण प्रशिक्षण पर प्रमुखता से जोर दिया जाता है। उपरोक्त मॉकड्रिल प्रशिक्षण में नाजुक समुदायों को आपदाओं के दौरान से निपटने तथा त्वरित निकासी हेतु आवश्यक क्षमतावर्धन करने के साथ सम्बंधित रिस्पांस एजेंसियों व विभागों के साथ समन्वय करने के बारे में प्रशिक्षित किया जाता है।
गोरखपुर जनपद में आपदा जोखिम के न्यूनीकरण हेतु जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, गोरखपुर द्वारा उठाये गए कुछ कदमों तथा किये गये कार्यों का विवरण निम्न संलग्नकों में विस्तृत रूप से दिया गया है।

माकड्रिल कार्यक्रम

वर्तमान में प्राधिकरण द्वारा संचालित गतिविधियाँ