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गोरखनाथ मंदिर

दिशा
श्रेणी ऐतिहासिक, धार्मिक

गोरखनाथ मन्दिर, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर नगर में स्थित है।गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर में अनवरत योग साधना का क्रम प्राचीन काल से चलता रहा है। ज्वालादेवी के स्थान से परिभ्रमण करते हुए ‘गोरक्षनाथ जी’ ने आकर भगवती राप्ती के तटवर्ती क्षेत्र में तपस्या की थी और उसी स्थान पर अपनी दिव्य समाधि लगाई थी, जहाँ वर्तमान में ‘श्री गोरखनाथ मंदिर (श्री गोरक्षनाथ मंदिर)’ स्थित है। नाथ योगी सम्प्रदाय के महान प्रवर्तक ने अपनी अलौकिक आध्यात्मिक गरिमा से इस स्थान को पवित्र किया था, अतः योगेश्वर गोरखनाथ के पुण्य स्थल के कारण इस स्थान का नाम ‘गोरखपुर’ पड़ा। गोरखनाथ मन्दिर के वर्तमान महन्त श्री बाबा योगी आदित्यनाथ जी है। पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ जी महाराज के संरक्षण में श्री गोरखनाथ मंदिर विशाल आकार-प्रकार, प्रांगण की भव्यता तथा पवित्र रमणीयता को प्राप्त हो रहा है। मकर संक्रान्ति के अवसर पर यहाँ एक माह चलने वाला विशाल मेला लगता है जो ‘खिचड़ी मेला’ के नाम से प्रसिद्ध है। गोरखनाथ के इतिहास का वर्णन म्यूजिकल सतरंगी लाइट एंड साउंड के ज़रिये प्रतिदिन शाम के समय दिखाया जाता है |

फोटो गैलरी

  • गोरखनाथ मंदिर (पूरा दृश्य)
  • गोरखनाथ मंदिर में गोरखनाथ बाबा की मूर्ति
  • गोरखनाथ मंदिर (रात में दृश्य )

कैसे पहुंचें:

सड़क मार्ग द्वारा

गोरखपुर रेलवे स्टेशन से करीब 4.5 किमी दूरी पर गोरखनाथ मंदिर स्थापित है । गोरखपुर रेलवे स्टेशन से सड़क मार्ग ( टैक्सी, ओला टैक्सी, आटो आदि ) द्वारा गोरखनाथ मंदिर पहुंचा जा सकता है ।