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कपिलवस्तु

दिशा
श्रेणी ऐतिहासिक, धार्मिक

कपिलवस्तु जिला, नेपाल प्रांत 5, नेपाल के जिलों में से एक है। जिला, कपिलबास्तु नगर पालिका के जिला मुख्यालय के रूप में, 1,738 वर्ग किलोमीटर (671 वर्ग मील) के क्षेत्र को कवर करता है और 2001 में   इसकी जनसंख्या 481, 9 76  थी, जो 2011 में 571, 9 36 हो गई थी।

भगवान बुद्ध के जन्म इस स्थान से १० किमी पूर्व में लुंबिनी मे हुआ था। आर्कियोलजिक खुदाइ और प्राचीन यात्रीऔं के विवरण अनुसार अधिकतर विद्वान्‌ कपिलवस्तु नेपाल के तिलौराकोट को मानते हैं जो नेपाल की तराई के नगर तौलिहवा से दो मील उत्तर की ओर हैं। विंसेंट स्मिथ के मत से यह  उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले का पिपरावा नामक स्थान है जहाँ अस्थियों पर शाक्यों द्वारा निर्मित  स्तूप पाया गया है जो उन के विचार में बुद्ध के अस्थि है।

गौतम बुद्ध ने बाल्य और यौवन के सुख का उपभोग कर २९ वर्ष की अवस्था में कपिलवस्तु से महाभिनिष्क्रमण किया। बुद्धत्वप्राप्ति के दूसरे वर्ष वे शुद्धोदन के निमंत्रण पर कपिलवस्तु गए। इसी प्रकार १५ वाँ चातुर्मास भी उन्होंने कपिलवस्तु में न्यग्रोधाराम में बिताया।

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  • कपिलवस्तु

कैसे पहुंचें:

हवाईजहाज द्वारा

करीब 45 मिनट की हवाई यात्रा से काठमांडू से भैरंवा एअरपोर्ट पर पहुँच कर यहाँ से सड़क मार्ग द्वारा कपिलवस्तु जा सकते है | दिल्ली से गोरखपुर तक हवाई यात्रा करके सड़क मार्ग से सनौली और फिर आगे नेपाल में कपिलवस्तु तक जा सकते हैं |

ट्रेन द्वारा

गोरखपुर तक किसी भी स्थान से पहुँचने के बाद नौतनवा के लिए छोटी लाइन रेल सेवा भी उपलब्ध है फिर यहाँ से आगे का सफ़र सनौली होते हुए नेपाल बॉर्डर पार कर सड़क द्वारा किया जा सकता है | शोहरतगढ़ के रस्ते भी रेल सफर करके खुनुवा से तौलिहवा बस द्वारा भी कपिलवस्तु पहुँच सकते है|

सड़क मार्ग द्वारा

दिल्ली , गोरखपुर सनौली होते हुए नेपाल में कपिलवस्तु तक बस द्वारा सफ़र किया जा सकता हैजिसमे करीब 24-30 घंटे का समय लग सकता है | काठमांडू से नारायणगढ /भरतपुर होते हुए बुटवल, भैरँवा के रस्ते भी वहां पहुँच सकते है |